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Shrut Kirti Agrawal

Featuring Author Shrut Kirti Agrawal

उपन्यास अंश

अचानक एक उत्सुकता ने दिमाग में दस्तक दी… खोलकर देखना होगा ऊपर वाले कमरे में है क्या आखिर!
मन ने एक दिवा स्वप्न भी देखा, ऐसा भी तो हो सकता है वह कमरे को खोले और हर तरफ नोटों की गड्डियाँ… या गहने.. कोई दूसरी कीमती चीज भरी मिल जाय और उसकी समस्या अपने आप सुलझ जाय? माँ से छिपते-छिपाते, धड़कते दिल से उसने धीरे से कमरे का ताला खोला। दिन में भी अंदर गहरा अँधेरा था पर उसने महसूस किया कि वहाँ किसी की गहरी साँसों की आवाज़ सी गूँज रही थी। उसे अब बहुत घबराहट सी महसूस होने लगी थी… जैसे चोरी करने आया हो। दीवार पर हाथ फिराया तो बिजली का स्विच मिल गया… पर यह क्या? बल्ब जलते ही चौंक उठा था वह कि सामने पड़ी चौकी पर एक मोटी, गहरे काले रंग की औरत, रस्सियों से बँधी छटपटा रही थी। वह तो चिल्ला भी रही थी… सुनहरी… सुनहरी…! डर के मारे वह ऊपर से नीचे तक पसीने से भीग गया और तुरंत कुछ नहीं सूझा तो जल्दी से कमरे से बाहर निकल, उसने फिर से उस में ताला बंद कर दिया और भागते हुए नीचे आ गया।

लेखकीय सफर

ऑल इंडिया रेडियो के युवा-वाणी प्रोग्राम में अपनी रचना पढने से हुआ। पहली रचना मनोरमा अप्रैल प्रथम, 1994 और पहली कहानी मनोरमा के ही जुलाई, प्रथम, 1994 में छपी।

इसके पश्चात सरिता, गृहलक्ष्मी, मेरी सहेली, वनिता, गृहदेवी आदि पत्रिकाओं में 2004-05 तक कई कहानियां तथा धारावाहिक रचनाएं छपती रहीं। फिर कई वर्षों तक कतिपय निजी कारणों से लेखन में व्यवधान रहा।

फिर 2017 में लघुकथा के परिंदे के साथ जुड़ने के बाद लघुकथा लेखन में रुचि जागृत हुई। अभी लघुकथा के परिंदे, इत्यादि ग्रुप में लगातार लिख रही हूँ। पहली लघुकथा ‘नई सदी की धमक’ में छपी। अब फेसबुक पर लघुकथा तथा कविताओं के कई ग्रुप जैसे मातृभारती, प्रतिलिपि, स्टोरी मिरर इत्यादि ग्रुप से जुड़ाव है। जिसमें पाठकों की संख्या साढ़े तीन लाख से ऊपर जा चुकी है। लोगों को रचनाएँ पसंद आने से पाठकों और लेखकों के समूह में पहचान मिली और फिर कई संपादकों ने अपनी ई-बुक और कहानी/कविता संग्रहों में रचनाएँ संग्रहित कीं।

मेरी लघुकथा अकल्पित पर बनी शॉर्ट फिल्म, फिल्म फेस्टिवल्स में बेस्ट स्टोरी का खिताब दो बार जीत चुकी है।

दूरदर्शन बिहार से तीन बार लाइव इंटरव्यू, खुला आकाश प्रोग्राम में आ चुका हैं। इसके अतिरिक्त टॉक शो आदि में भी उपस्थित रही हूँ।

पुस्तक

विरासत (उपन्यास) ऐमज़ॉन पर प्राप्य है।

संग्रह

नई सदी की धमक

सहोदरी सोपान, सहोदरी लघुकथा, समय की दस्तक

लघुकथा संकलन

अक्षरा

दृष्टि

स्पंदन के लगातार तीन अंक

लघुकथा कलश

दैनिक जागरण इन्दौर

मरू-नवकिरण

अविराम साहित्यिकी में लघुकथा

मरू-नवकिरण जुलाई-सितंबर 2021

लघुकथा कलश का आठवाँ अंक, अप्रकाशित लघुकथा महाविशेषांक

पड़ाव और पड़ताल खंड 32 के लिये लघुकथा का चुनाव

कलमकार अंक 2020

लघुकथा का वृहद संसार

जजबातों का समंदर

ई-बुक

चिकीर्षा- ई पत्रिका

संगिनी पत्रिका

हिंदी चेतना

ई पत्रिका पुरवाई

विश्व भाषा अकादमी, राजस्थान इकाई में लघुकथा

मानसी त्रैमासिक ई पत्रिका जुलाई सितंबर 2020 में कविता

पिता-एन आइडियल (हिंदी एडीशन)

परिचर्चा

बीजेंद्र जैमिनी जी के ई परिचर्चा संकलन में उपस्थिति

बीजेंद्र जैमिनी जी के लघुकथा रैंकिंग में उपस्थिति

बीजेंद्र जैमिनी जी के साक्षात्कार संकलन में उपस्थिति

बीजेंद्र जैमिनी जी के बिहार के प्रमुख लघुकथाकार संकलन में उपस्थिति

बीजेंद्र जैमिनी.ब्लॉग स्पाॅट – 2019

कविता पाठ

स्वावलंबन शब्दसार के पटल पर कविता पाठ

वैश्विक हिन्दी संस्थान, ह्यूस्टन द्वारा आयोजित मेरा भारत वैश्विक काव्य गोष्ठी में कविता पाठ

अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद महिला प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित काव्य गोष्ठी में कविता पाठ

लाइव

किरण दृष्टि द्वारा आयोजित कार्यक्रम में लाइव प्रस्तुति

लेख्य मंजूषा समूह की ओर से लाइव

अटूट बंधन की ओर से लाइव प्रस्तुति

कोटा कवि चौपाल की ओर से लाइव प्रस्तुति

एविड मोटिवेशन साहित्य का आँगन की ओर से लाइव प्रस्तुति

प्रतियोगिता

कलम के जादूगर समूह द्वारा आयोजित मासिक प्रतियोगिता में श्रेष्ठ लेखन के लिये चुनाव

मातृभारती मॉनसून चैलेंज में विनर

सम्मान

दिल्ली लघुकथा अधिवेशन में लघुकथा श्री सम्मान

ब्लॉग बुलेटिन द्वारा आयोजित ब्लॉग साहित्य प्रतियोगिता के कहानी वर्ग में ब्लॉग रत्न सम्मान

स्टोरी मिरर द्वारा लिटररी कर्नल

पटना पुस्तक मेला में लेख्य मंजूषा की ओर से कविता पाठ के लिये प्रथम पुरस्कार

प्रतिलिपि की ओर से ऑडियो कथा वाचन में प्रथम पुरस्कार

आलोक पर्व पत्रिका में मेरी लेखकीय यात्रा तथा पहली कहानी

गली इंटरनैशनल फिल्म फेस्टिवल में मेरी कथा पर बनी शार्ट फिल्म अकल्पित को बेस्ट स्टोरी सेक्शन में द्वितीय पुरस्कार

मेरी कथा पर बनी शार्ट फिल्म अकल्पित को मातृभारती के शाॅर्ट फिल्म फेस्टिवल में द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

समाज के प्रति जिम्मेदारी

रचनाओं के माध्यम से समाज को एक सही दिशा देने का प्रयास तथा जीवन मूल्यों के प्रति गहन आस्था कहानियाँ में झलकती है।

लायंस क्लब तथा इनरव्हील क्लब जैसी संस्थाओं से लंबा जुड़ाव तथा हर स्तर पर सामाजिक कार्यों में रुचि और सहयोग रहा है।

जीवन परिचय

कवयित्री, लेखिका एवं लघुकथाकार
नाम : श्रुत कीर्ति अग्रवाल
जन्म : 15 मार्च
जन्म स्थान : मिर्ज़ापुर, उत्तर प्रदेश
शिक्षा : स्नातक विज्ञान
रुचि : कहानी, लघुकथा और कविता लेखन

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